This post is submitted by reader Jolly Shah I am about to complete a year in Afghanistan this August. Before I moved here, I had decided to write about the country and my experiences here but I procrastinated until I got this urge today to write. And write first about what- women and Afghanistan! Before [...]
Author: admin
एक रोटी हमे भी दो
एक रोटी हमे भी दो कुछ जीने का हक तो हमे भी दो नहीं मंगाते हम आपकी ऊंची इमारतें थक जायेंगे जहाँ अपने आप को ही ढूँढ़ते ढूँढ़ते छु लेंगे हम भी आसमान को अपनी ही औकात से लेकिन एक रोटी हमें भी दो कुछ जीने का हक तो हमे भी दो आपके बच्चे फलें [...]